दिनांक 13 अक्टूबर 2025 को फैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, जी.के. (डी.यू.) के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग द्वारा “वर्चुअल लैब्स” पर एक दिवसीय कार्यशाला का सफल आयोजन किया गया। यह कार्यशाला भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) रुड़की के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग द्वारा शिक्षा मंत्रालय (MoE), भारत सरकार की पहल “नेशनल मिशन ऑन एजुकेशन थ्रू ICT” के अंतर्गत आयोजित की गई।
कार्यशाला के मुख्य वक्ता श्री पंकज सैनी ने छात्रों को वर्चुअल लैब्स की इस अद्भुत पहल के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने समझाया कि यह एक ऐसा मंच है जहाँ किसी भी छात्र को किसी भी समय और कहीं से भी प्रयोगशालाओं तक पहुँच प्राप्त हो सकती है। इस पहल से न केवल प्रयोगात्मक शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि छात्रों की सीखने की स्वतंत्रता और लचीलापन भी बढ़ेगा। इस दौरान प्रियांशु शर्मा ने तकनीकी सहयोग प्रदान किया।
कार्यशाला के समन्वयक (Coordinator) विभागाध्यक्ष श्री गजेन्द्र सिंह रावत थे, जिन्होंने छात्रों को इस पहल का अधिकतम लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया। वहीं श्री गौरव कुमार सह-समन्वयक (Co-Coordinator) के रूप में उपस्थित रहे। कार्यशाला की सफलता में श्री लोकेश भारद्वाज और श्री अविरल अवस्थी ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
इस अवसर पर फैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के डीन प्रो. मयंक अग्रवाल ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए इस पहल की सराहना की और कहा कि ऐसे कार्यक्रम छात्रों को आधुनिक तकनीकी शिक्षा से जोड़ने में अत्यंत उपयोगी सिद्ध होंगे।
कार्यशाला में बी.टेक की विभिन्न शाखाओं के लगभग 70 छात्रों ने भाग लिया। कार्यक्रम में श्री योगेश कुमार, डॉ. बृजेश कुमार एवं प्रद्युमन कुमार भी उपस्थित रहे।
यह कार्यशाला न केवल छात्रों के लिए ज्ञानवर्धक सिद्ध हुई बल्कि उन्हें डिजिटल युग में प्रयोगात्मक शिक्षा की नई दिशा से भी अवगत कराया।